Manipur CM Security Convoy Attack- मणिपुर में CM के सुरक्षा काफिले पर उग्रवादियों का हमला; घात लगाए बैठे थे

मणिपुर में CM के सुरक्षा काफिले पर उग्रवादियों का हमला; घात लगाए बैठे थे, बीरेन सिंह ने कहा- यह सीधे मुख्यमंत्री पर अटैक, एक्शन होगा

Manipur CM N Biren Singh Security Convoy Militants Attack News Update

Manipur CM N Biren Singh Security Convoy Militants Attack

Manipur CM Security Convoy Attack: पिछले एक साल से मणिपुर में तनाव की स्थिति बनी हुई है और हिंसा की घटनाएं थमने का नाम ले रहीं हैं। इस बीच मणिपुर में CM एन बीरेन सिंह के सुरक्षा काफिले पर उग्रवादियों का हमला हुआ है। उग्रवादियों ने सीएम के सुरक्षा काफिले पर घात लगाकर हमला किया। अचानक हुए इस हमले में सुरक्षा जवानों को एकदम से संभलने का मौका नहीं मिल पाया।

हमले में दो से तीन जवान घायल हुए हैं। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। वहीं हमले के बाद आनन-फानन में सुरक्षा कर्मियों की एक दूसरी टीम मौके पर पहुंचकर सर्च अभियान चला रही है। हमले की सूचना के बाद ही तत्काल सुरक्षा कर्मियों की यह टीम मौके पर मोर्चा संभालने के लिए पहुंच गई थी। वहीं उग्रवादी फरार हो गए थे।

CM के दौरे को लेकर निकला था सुरक्षा काफिला

बताया जा रहा है कि, मणिपुर CM एन बीरेन सिंह को जिरीबाम जिले में दौरे पर आना था। जहां इसके पहले सीएम के दौरे की तैयारियों को जांच को लेकर सुरक्षा काफिला निकला हुआ था। इस काफिले में एडवांस सुरक्षा टीम के जवान शामिल थे। जहां उनपर रास्ते पर हमला हो गया। उग्रवादियों को पता था कि, यहाँ से CM का सुरक्षा काफिला गुजरने वाला है। उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया है।

बीरेन सिंह ने कहा- यह सीधे मुख्यमंत्री पर अटैक, एक्शन होगा

हमले के बाद मणिपुर में सुरक्षा व्यवस्था अलर्ट कर दी गई है। सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और बेहद निंदनीय है। यह सीधे मुख्यमंत्री पर, यानी सीधे राज्य के लोगों पर हमला है। इसलिए, राज्य सरकार को कुछ करना होगा। इसलिए, मैं अपने सभी सहयोगियों से बात करूंगा और हम कोई निर्णय लेंगे।

मई 2023 से मणिपुर में हिंसा के हालात पनपे

पिछले साल मई 2023 से मणिपुर में जातीय हिंसा पनपने के बाद हालात बिगड़े थे। मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय संघर्ष शुरू हुआ था और इसके बाद राज्य में जातीय हिंसा भयावह हो गई। जगह-जगह आगजनी-तोड़फोड़ की घटनाएं शुरू हो गईं। गोलियां चलीं। कई लोग मारे गए।

मणिपुर में हिंसा पर काबू पाने के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों को मैदान में उतारा गया है। लेकिन अब गक हालात पूरी तरह संभल नहीं रहे। हालांकि, मणिपुर में हिंसा रुकने और शांति होने का दावा जरूर किया जा रहा है। ध्यान रहे कि, इसी साल अप्रैल में लोकसभा चुनाव के बीच मणिपुर में कुकी उग्रवादियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) पर बड़ा हमला किया था। इस हमले में CRPF के दो जवान शहीद हो गए थे और कुछ जवान घायल हुए थे।